देहरादून, दीप मैठाणी NIU ✍️अजब उत्तराखंड में अधिकारियों के गजब करनामें…खबर रुद्रनाथ से है जहां कुछ वीडियो वायरल हो रहें है और प्रशासन की अवस्थाओं की पोल खोल रहे है ये विडियो रुद्रनाथ के आस्था पथ के है जहां मंदिर स्थापना के समय से ही स्थानीय हक हकूकधारी यात्रियों की सेवा करते आ रहे हैं, इस ट्रैक पर कोई भी स्थाई दुकान नहीं है स्थानीय ग्रामीण यात्रा के दौरान टैंट इत्यादि लगाकर छोटी-मोटी अस्थाई दुकान यहां पर खोलते हैं और पर्यटकों के लिए चाय मैगी का प्रबंध कर रात्रि विश्राम की व्यवस्था करते,
इससे ग्रामीणों को कुछ माह के लिए रोजगार मिल जाता है और पर्यटकों को इस जंगल में सुविधा परंतु स्थानीय वनविभाग के अधिकारी को ये बर्दास्त नही हो पा रहा है, जिसके फल स्वरुप स्थानीय लोगों द्वारा लगाएं गए टैंट को उजाड़ दिया गया और खुद वन विभाग यात्रियों के लिए कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पा रहा है, देर रात्रि ट्रैकपथ पर पहुंचे यात्रियों को भारी बारिश में जंगल में ही खुले में विश्राम करना पड़ा…..आप भी सुनिए देखिए पर्यटकों से लेकर स्थानीय लोगों की आप बीती…..
वन विभाग जंगलों की आग बुझाने में तो हमेशा नाकाम साबित हुआ ही है परंतु अब स्थानीय बेरोजगार भाइयों के एक छोटे से रोजगार पर भी अपना डंडा चला रहा है और उनको उजाड़ने का काम बड़े गर्व से कर रहा है। वहीं कमाल की बात है की इस पथ पर आने वाले यात्रियों से वन विभाग ₹200 प्रति यात्री का टिकट भी वसूल रहा है परंतु सुविधाओं के नाम पर उन्हें क्या मिल रहा है यह आप इस रिपोर्ट में देख ही चुके हैं…