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बे मौसम बरसात से किसान हुआ बेहाल, अचानक तेज हवाओं के साथ बे मौसम बरसात से किसानों के छूटे पसीने। NIU

बे मौसम बरसात से किसान हुआ बेहाल, अचानक तेज हवाओं के साथ बे मौसम बरसात से किसानों के छूटे पसीने। NIU

रिर्पोटर: आरती वर्मा/ डोईवाला

इस समय जहां एक ओर गन्ने की फसल तैयार है वहीं दूसरी तरफ धान की फसल कट रही है या फिर पक कर तैयार है। ऐसे में अचानक तेज हवाओं के साथ बरसात किसानों के लिए मुसीबत लेकर आयी है। अखिल भारतीय किसान सभा डोईवाला मण्डल के अध्यक्ष बलबीर सिंह ने कहा कि अचानक तेज हवा के साथ आयी बारिश से खेत में खड़ी फसले बर्बाद हो गई, जिससे गन्ने और धान की फसल गिर गई जिसको काटना बेहद मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि कटी हुई फसल में वजन बहुत कम हो जाता है और उसे काटना भी बहुत मुश्किल होता है जिससे किसानों को नुकसान पहुंचता है। कहा कि अभी तक गन्ने की फसल में जंगली जानवरों हाथी, बंदर और सूअर से बहुत नुकसान हो रहा था जिसके मुआवजे के लिए किसान सरकार से गुहार लगा रहे थे और अब धान की फसल गिरने के बाद किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा।

अखिल भारतीय किसान सभा डोईवाला मंडल के सचिव याक़ूब अली ने कहा कि किसानों के प्रति सरकार के दोहरे रवैये से किसान पहले हीं फसलों के उचित दाम न मिलने के कारण हताश व परेशान हैं, वहीं अब बे मौसम और तेज हवाओं के साथ आयी बारिश से गन्ने व धान फ़सल जो गिरकर बर्बाद हो गयी उसके नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा खडी फ़सल की अपेक्षा गिरकर उसका वजन लगभग 30% कम हो जाता है तथा फ़सल काटने मे भी ज्यादा खर्चा होता है जिससे किसान क़ो दोहरा नुकसान उठाना पड़ता है। जिस पर सरकार कोई ध्यान नहीं देती। उन्होंने सरकार से मांग की कि किसानों के नुकसान की भरपाई हेतु फसलों के नुकसान की जाँच कराकर किसानों क़ो उचित मुआवजा दिया जाये।

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