
देहरादून, दीप मैठाणी ✍️NIU पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटक सीजन शुरू होते ही मॉल रोड़ पर वाहनों के आवाजाही हेतु परमिट के दरों में बढ़ोत्तरी की गयी है, जिसके चलते मसूरी के नागरिकों में नाराजगी नजर आ रही है, उक्त प्रकरण को मसूरी ट्रेड्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने गंभीरता से लेते हुए मुखरता से उठाया है और समस्या के समाधान हेतु उप जिलाधिकारी मसूरी को ज्ञापन प्रेषित किया है। जिसमें लिखा गया है की पूर्व में निजी दुपहिया वाहन का वार्षिक शुल्क रू500 लिया जाता था परंतु अब ये शुल्क रू1000 कर दिया गया है। पूर्व में निजी छोटे वाहन चार पहिया का वार्षिक शुल्क रू1000 था, परन्तु अब रू2000 कर दिया गया है। आवश्यक आपूर्ति छोटे माल वाहन पूर्व में वार्षिक शुल्क रू1500 था परंतु अब रू5000 कर दिया गया है। सभी दरों में बढ़ोत्तरी आवश्यक होती है परंतु आपके द्वारा प्रस्तावित बढ़ोत्तरी न्यायसंगत नहीं व्यतीत हो रही है। आपसे निवेदन है की बढ़ोत्तरी को आवश्यकता अनुसार 15% तक की वृद्धि कर मसूरी के नागरिकों को राहत देने की कृपया करें।

अब देखना होगा कि उप जिलाधिकारी मसूरी इस पर क्या संज्ञान लेते हैं और क्या सिर्फ 15% की ही वृद्धि की जाएगी? ‘Mussoorie traders and welfare association’ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा की समय के साथ परमिट की दरों में बढ़ोतरी आवश्यक है परंतु बिना सोचे समझे परमिट दरों को दुगना कर देना न्यायसंगत नहीं है, उन्होंने उम्मीद जताई कि उप जिलाधिकारी जल्द ही उचित दरों को निर्धारित करेंगे जोकि सभी को स्वीकार्य भी होगी।।