
चमोली / गिरीश चंदोला✍️NIU थराली नगर क्षेत्र के अंतर्गत सिमलसैणं गाँव मे 25 दिन से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन नलों में पानी की बूंद तक नही आई है, ऐसे में जलसंस्थान के अधिकारियों सहित उपजिलाधिकारी थराली को टेलीफोन के माध्यम से कई बार पानी नही आने की शिकायत भी की जा चुकी है। लेकिन फिर भी ग्रामीणों को पानी नही मिल पा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है है अगर 1- 2 दिनों में पानी की समस्या का समाधान नही किया गया और नलों में पानी नही आया तो ग्रामीण आंदोलन करने को बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन और जलसंस्थान की होगी, जलसंस्थान की लाइन कई सालों से खराब है उसे आजतक ठीक नही किया गया जिसके कारण नलों में पानी नही आता है, पाइप लाइन 10 सालो से अधिक पुरानी हो चुकी है जिसके चलते लाइन में जंक तक लग चुका है ,

इन वर्षों मे पानी की लाइन ना तो बदली गई ना ही उसकी कोई मरम्मत की जा सकी, अब पानी के पाइपों में मिट्टी फसने से लाइन बंद है। पानी नलों तक नही पहुँच पा रहा है। प्रत्येक साल सरकार के द्वारा लाइन मरम्मत के लिये हजारों रुपये जलसंस्थान विभाग को मिलते है। लेकिन फिर ,भी पानी की लाइन इतने सालों में ठीक नही हो पाई है। जलसंस्थान ने पानी के सप्लाई के लिए एक डेलिवेसेज फिटर भी रखा है। जो आज तक लाइन को ठीक तक नही कर पाया है। और अधिकारीयों की बात तक सुनने को राजी नही होता है , अब समझ से परे है की जलसंस्थान अपने फिटर से लाइन ठीक करने को क्यों नही बोल पाता है?.