
मनमोहन भट्ट, ✍️उत्तरकाशी रामचन्द्र उनियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा संचालित सात दिवसीय विशेष शिविर रंगारंग कार्यक्रम के साथ संपन हो गया। शिविर के छठे दिन की शाम को सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि पर्यावरणविद डा हेमंत ध्यानी ने स्वयम सेवियों से कहा कि नैतिकता ही एनएसएस का प्रमुख गुण है। उन्होंने स्वयंसेवक को सदा मानवता की भलाई के लिए कार्य करने पर बाल दिया। सभी स्वयंसेवियों ने गढ़वाली लोकनृत्य, रवाई पर्वतीय क्षेत्र के नृत्य, राजस्थानी, भोजपुरी, एकल गान, समूह गान , लघु नाटिका, आदि प्रस्तुत किया। पूरे शिविर के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले सभी स्वयंसेवियो को पुरुस्कृत किया गया। सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवी छात्र गुलशन तथा सर्वश्रेष्ठ छात्रा प्रगति जोशी को मेडल द्वारा पुरुस्कृत किया गया।शिविर में अनेकों प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर प्रगति जोशी, द्वितीय भूमिका तथा तृतीय अजय रहे। पोस्टर प्रतियोगिता में गुलशन प्रथम, अमरेश द्वितीय , देवेंद्र तृतीय स्थान पर रहे। एन एस एस का कमांडर रोहित राज तथा रक्षिता को बनाया गया। सर्वश्रेष्ठ व्यवहार के लिए देवेश सेमवाल को पुरुस्कृत किया गया। रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा भी प्रगति जोशी को प्रथम, अभिनव को द्वितीय तथा हिमांशु को तृतीय स्थान पर सम्मानित किया गया। एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी डा परदेव रावत ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। सातवें दिन शिविर में एड्स जागरूकता, मतदान जागरुकता तथा सफाई अभियान चलाया गया। छात्रों ने अलग अलग नुक्कड़ नाटक द्वारा सभी को मतदान हेतु तथा एड्स के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के स्वीप कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा एम पी एस परमार तथा सदस्य डॉ दीपिका वर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सजग युवा ही समाज की दिशा एवं दशा बदल सकते हैं। प्रभारी प्राचार्य प्रो वसंतिका कश्यप ने शिविर के सफलता पूर्वक संपन्न होने पर प्राध्यापको एवं स्वयंसेवियों को बधाई दी।इस दौरान स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। एनएसएस अधिकारी डॉक्टर ऋचा बधानी ने सप्ताह भर चले कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अपने संबोधन में समाज में प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन वह भी एनएसएस से जुड़े विद्यार्थियों की समाज के प्रति जिम्मेदारी और जवाबदेही ज्यादा रहती है इसलिए इस प्रकार के शिविर अनुशासन में जीना और अपने कर्तव्यों का बोध कराते हैं। उन्होंने सभी से प्रकृति के साथ जुड़े रहने की आवश्यकता पर भी बल दिया।इस मौके पर रेड क्रास सोसाइटी के चैयरमैन माधव प्रसाद जोशी , एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी डा परदेव रावत डा वीर राघव खंडूरी, डा विश्वनाथ राणा ,डा जयलक्ष्मी रावत, डा आराधना , डा रीना,डा प्रेरणा पोखरियाल, सोनिया, डा प्रवीण भट्ट, डा सुभाष व्यास, डा पवेंद्र जयाडा, डा शिवम राज, डा लोकेश सेमवाल, डा पी के सिंह, आकाश सजवान आदि उपस्थित रहे।