देहरादून NIU आज दिनांक 15 सितंबर 2023 समय प्रातः 11:00 बजे से स्थान सहित स्मारक कचहरी देहरादून में राज्य आंदोलनकारी महापंचायत का आगाज किया गया। महापंचायत में उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारियों को राजकीय सेवाओं में 10%आरक्षण पर विधान सभा में हुई नोक झोंक के पश्चात प्रवर समिति के गठन के बाद उत्पन्न हुई परिस्थिति पर महाबैठक में गहन विचार मंथन किया गया।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वह लोग 2013 से लेकर आज तक इस मुद्दे पर लगातार संघर्षरत हैं। समस्त आंदोलनकारी मंच, संयुक्त मंच के तत्वाधान विभिन्न चरणों में 90 दिन का धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं। इसके बाद ही सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कैबिनेट के माध्यम से पास करा कर विधान सभा में प्रस्तुत किया था।
वक्ताओं ने विधान सभा में हुए प्रकरण पर रोष प्रकट करते हुए इसे सरकार की साजिश करार दिया।
आंदोलनकारियों का कहना है कि जब सत्ता से जुड़े विधायक
ही अपनी सरकार के कैबिनेट के फैसले पर सवाल उठा रहें हों तो कोई क्या करे।
विमर्श के बाद महाबैठक में सर्व–सम्मति से निर्णय लिया गया कि सरकार मार्च में अपनी एक साल की उपलब्धियों में 10% देने की बात लिख चुकी है। अब उसकी कैबिनेट के फैसले पर उन्हीं के विधायकों ने ऊंगली उठाई है। अब सरकार कह रही है कि वह इस एक्ट को 15 दिन के अंदर प्रवर समिति से निकलवा कर राज भवन से पास करवा लेगी।
इसके बाद आंदोलनकारियों ने सरकार को आज से 15 दिन का समय देते हुए कहा कि वह 30 सितम्बर तक इस एक्ट का पास करवा दे, अन्यथा उसके बाद इस मुद्दे पर प्रदेश व्यापी आन्दोलन शुरु किया जायेगा।
आज की महा बैठक में चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति समेत कई प्रमुख राज्य आंदोलनकारी संगठनों के प्रमुखों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसमें नवीन नैथानी केंद्रीय महामंत्री चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति उत्तराखंड, शिव कुमार कटियार, प्रेम सिंह नेगी, हरि प्रकाश शर्मा, क्रांति कुकरेती, अम्बुज शर्मा, जबर सिंह पावेल, प्रभात डंडरियाल, पुष्पा बहुगुणा, जानकी प्रसाद, नवनीत गोसाई , पुष्पराज बहुगुणा, गणेश शाह, रेनू नेगी, सरोजिनी थपलियाल, रामकिशन, विनोद अस्वाल ,मुन्नी खंडूरी ,विमला रावत, एकादशी देवी, सुशील विरमानी, राकेश मोहन बछेती, वीरेंद्र सिंह, रामपाल, हरि ओम ओमी, प्रभा नैथानी, जितेंद चौहान, अशोक कुकरेती, दिवाकर उनियाल, गीता नेगी, पुष्प लता सिलमाना आदि मौजूद थे।