देहरादून NIU✍️ उत्तराखंड कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी
को आधी रात में दिए गए नोटिस के चलते गरिमा माहरा दसौनी
बेहद खफा हैं जिसके चलते महिला आयोग को उन्होंने पत्र लिखा है और लिखा है कि👇
सेवा में,
अध्यक्ष
महिला आयोग
उत्तराखण्ड देहरादून।
महोदया,
आपका ध्यान दिनांक 17 अगस्त 2024 को पुलिस प्रसासन द्वारा दिये गये नोटिस की ओर आकृश्ट कराना चाहती हूूॅ। विगत दिनों जनपद उधमसिंहनगर में हुए महिला नर्स के साथ बलात्कार एवं हत्या के विरोध में राज्य सरकार के पुतला दहन कार्यक्रम का आह्वाहन एवं नेतृत्व महानगर महिला कांग्रेस कमेेटी द्वारा किया जाना था। उत्तराखण्ड प्रदेष मीडिया की मुख्य प्रवक्ता होने के नाते मेंरे द्वारा उक्त कार्यक्रम की सूचना मीडिया बन्धुओं को दी गई थी। इस संबंध मेें थानाध्यक्ष, बसन्त विहार द्वारा मुझे नोटिस दिया जाना सर्वथा अनुचित है।
महोदया, उक्त नोटिस वसन्त विहार थानाध्यक्ष द्वारा मुझे दिनांक 16 अगस्त 2024 को रात्रि 1.00 बजे भेजा गया, जो पुलिस की टीम जो घर आई उनके साथ कोई महिला पुलिस मौजूद नही थी इसलिए मैंने उनसे मुलाकात नही की और नोटिस भी प्राप्त नही किया। मेरे द्वारा उक्त प्रकरण की शिकायत दूरभाष पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहराूदन से की गई जिस पर मुझे कप्तान द्वारा आष्वासन दिया गया कि कार्यवाही सुबह की जायेगी। दूसरे दिन सुबह पुनः पुलिस के सिपाही 6.30 बजे मुझे नोटिस देने मेरे घर पहॅुच गई। महोदया, आधीरात को घर पर पुलिस देख मेरे परिवार में हडकम्प मच गया और आस पडोस में भी मेरी छवि धुमिल हुई है।
महोदया, मैं अपने 94 वर्षीय वृद्ध एवं बीमार ससुर जी तथा शारीरिक रूप से 80 प्रतिशत विकलांग पुत्री के साथ अकेली रहती हॅू। यह पुलिस प्रषासन की घोर सवैंदनहीनता है जो रात 1.00 बजे मुझे व मेरे परिवार को मानसिक रूप से उत्पीड़न किया गया। इस संबंध में कार्रवाही किये जाने हेतु मेरे द्वारा दिनांक 17 अगस्त 2024 दोपहर 01.30 बजे एक शिकायती पत्र पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक (कानून व्यवस्था) को सौंपा गया एवं रात्रि की cctv फुटेज दिखाई गई।
उक्त दोनोें ही वरिष्टम अधिकारियों द्वारा मुझे पुलिस के इस संवेदनहीन कृत्य के लिए अफसोस एवं नाराजगी जाहिर की गई तथा शीघ्र कठोर कार्यवाही हेतु आश्वस्त किया गया था परन्तु आज दिनांक 19 अगस्त 2024 तक भी उक्त संबंध में कोई समुचित कार्यवाही नही की गई है।
अतः मजबूर होकर मुझे एक महिला होने के नाते आपसे अनुरोध करना है कि उक्त प्रकरण के संबंध में ’’थानाध्यक्ष बसन्त बिहार की बर्खास्तगी’’ सुनिश्चित की जाय ताकि भविष्य में किसी भी महिला को मेरी तरह मांनसिक वेदना ना झेलनी पड़े।भवदीय, गरिमा माहरा दसौनी मुख्य प्रवक्ता
उत्तराखंड काँग्रेस
नोटः- आपके द्वारा यदि रात्रि की सी.सी.टी.बी. फुटेज का अवलोकन करने हेतु मुझे बुलाया जायेगा मैं उपस्थित रहॅूगी।