
देहरादून NIU ✍️ खुद को PMO का एडिशनल डायरेक्टर बता किरण पटेल ने कश्मीर में फुल प्रोटोकॉल और सुरक्षा के साथ मौज की।अधिकारियों के साथ कई बैठकें कर ली। अक्टूबर से शुरू सिलसिला फरबरी तक चला।
ये ठग गुजरात से है,तो कश्मीर के अधिकारी भी गच्चा खा गए। CID ने राज खोला तो गिरफ्तारी हुई।बाक़ायदा सुरक्षा क़ाफ़िला और बुलेट प्रूफ़ गाड़ी से चलता था। जम्मू कश्मीर पुलिस और CRPF के जवान सुरक्षा में लगे रहे। बाक़ायदा पत्नी के साथ घूम रहा था।
तदनुसार, 2023 की एक प्राथमिकी संख्या 19 श्रीनगर पुलिस द्वारा निशात पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी, जिसमें लिखा था, “02-03-2023 को पुलिस स्टेशन निशात द्वारा प्राप्त एक विश्वसनीय जानकारी से पता चला है कि एक जालसाज जगदीश भाई पटेल निवासी गुजरात निवासी किरण भाई पटेल है। इस पुलिस स्टेशन और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों के अधिकार क्षेत्र के भीतर और उच्च स्तर के जाली साधनों को नियोजित करके आपराधिक इरादे के आधार पर गतिविधियों में शामिल है। किरण भाई ने खुद को भारत के वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के रूप में प्रतिरूपित किया है। उक्त व्यक्ति ने धोखाधड़ी, जालसाजी और प्रतिरूपण का सहारा लेकर भोले-भाले लोगों को ठगा है और जानबूझकर लोगों को मौद्रिक और साथ ही भौतिक लाभ हासिल करने के लिए एक अच्छी तरह से तैयार की गई योजना के तहत गतिविधियों को करने के लिए प्रेरित किया है।”
ठगी से इतर ये कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक का मामला है। खुद को PMO का अधिकारी बता किरन भाई पटेल ना सिर्फ़ लाल चौक पर गया, बल्कि सूत्रों के मुताबिक़ वो सेना की कमान पोस्ट तक गया। सूत्रों के मुताबिक़ 2 अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
गुरुवार को श्रीनगर की एक स्थानीय अदालत ने पटेल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। प्राथमिकी के अनुसार जालसाज के खिलाफ निशात पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जबकि मामले की आगे की जांच जारी है।