
देहरादून, दीप मैठाणी NIU ✍️
उत्तराखंड प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री जिन्हें की धाकड़ धामी भी कहा जाता है, उनकी धमक के बावजूद उत्तराखंड प्रदेश में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है, आपको ज्ञात होगा की UKSSSC में एक के बाद एक भर्ती परीक्षाओं के घोटाले उजागर हुए थे जिनमें मुख्य अभियुक्त हाकम सिंह को बनाया गया और वर्तमान में वह जेल में भी है, जिसके चलते प्रदेश के युवाओं को उम्मीद थी कि अब होने जा रही भर्ती परीक्षा पारदर्शी व भ्रष्टाचार मुक्त होगी लेकिन प्रदेश के युवाओं की ये उम्मीद भी आखिर का टूट ही गई क्योंकि हाकम सिंह के जेल में बंद होने के बावजूद प्रदेश में भर्ती परीक्षा में परीक्षा पत्र एक बार लीक हो गया अब बड़ा सवाल उठ रहा है कि जब हाकम सिंह जेल में है तो अब दुसरा हाकम कौन है? हालांकि इस बार परीक्षा खत्म होने के मात्र 4 दिन बाद ही फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हो गया और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
यहां आपको बता दें की लोक सेवा आयोग उत्तराखंड द्वारा विगत चार दिन पूर्व आयोजित लेखपाल की परीक्षा के प्रश्न पत्र लिक होने के आरोप में उत्तराखंड एसटीएफ ने बड़ी कार्यवाही करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, इस बार आयोग के अति गोपन अनुभाग में नियुक्त अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने अपने कार्यालय से प्रश्न पत्र लिक किया और अपनी पत्नी रितु के साथ मिलकर लिक प्रश्न पत्र राजपाल व संजीव को उपलब्ध कराया जिसके एवज में उन्हें नगद राशि भी प्राप्त हुई।
प्रश्नपत्र लेने के बाद संजीव तथा राजपाल ने राजकुमार व अन्य के माध्यम से कई प्रश्न पत्रों को कई अभ्यर्थियों में बांटकर उनको बिहारीगढ़ के पास स्थित माया अरुण रिजॉर्ट व अन्य स्थानों में एक साथ पढ़ाया।
आगे एसटीएफ एसएसपी ने बताया कि जांच पड़ताल के आधार पर अभी तक 35 अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र पाने की सूचना मिली है साथ ही साथ उन्होंने कहा कि आउट प्रश्न पत्र की प्रतियां व प्रश्न पत्र लिक कर अवैध रूप से कमाए गए 22 लाख ₹50 हजार रुपये अभियुक्त संजीव चतुर्वेदी से बरामद किया गया।
इस बार भले ही special Task force ने त्वरित कार्यवाही करते हुए नकल माफिया से जुड़े लोगों को धर दबोचा हो लेकिन वहीं बड़े सवाल भी खड़े हो गए हैं की हाकम सिंह गैंग के जेल में जाने के बावजूद नकल माफिया में कतई भी डर नहीं है? ऐसा लगता है कि यह नकल माफिया बेखौफ होकर नकल को अंजाम देकर प्रदेश के युवाओं के भविष्य को दांव पर लगा रहे हैं, जिसके चलते सोशल मीडिया में अब युवा नकल माफिया से जुड़े लोगो के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग कर रहें है ताकि भविष्य में पेपर लीक करने जैसी घटना करने वाले पेपर लीक करने से पहले 10 बार सोचें।।