रिपोर्टर- सुनील सोनकर
मसूरी नगर पालिका प्रशासन द्वारा मसूरी टिहरी बाइपास आईडीएच बिल्डिंग में निवास कर रहे सैकड़ों जिंदगियों से खेलने का काम कर रहा है। मसूरी टिहरी बाइपास रोड आईडीएच बिल्डिंग के पास नगर पालिका द्वारा कलेक्टिंग सेंटर के नाम पर सैकड़ों टन कूड़ा एकत्रित कर दिया गया है जिससे क्षेत्र में गंदगी और बदबू से बुरा हाल है वहीं कलेक्टिंग सेंटर के सामने आईडीएच बिल्मेंडिंग अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ निवास कर रहे 40 से 50 परिवारों के सदस्य गंदगी और बदबू का शिकार हो रहे हैं|
बता दें कि नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के कारण आज सैकड़ों जिंदगियों से खिलवाड़ किया जा रहा है। कई लोग बीमार है जो अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं परंतु बेपरवाह नगर पालिका का प्रशासन और पालिका के जनप्रतिनिधि मात्र बयान बाजी करने के सिवाय कुछ नहीं कर रहे हैं । आईडीएच में निवास करने वाले लोगों का कहना है कि कुछ जनप्रतिनिधि द्वारा उनकी समस्या को उठाने का प्रयास किया गया परन्तु कूड़े के ढ़ेर को क्षेत्र से हटाने के लिये कोई बात करने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा उनको मौत के मुंह पर खड़ा कर दिया गया है समय-समय पर यहां पर कूड़े का ढ़ेर लगाकर उनकी जिंदगी से खेलने का काम किया जा रहा है जबकि पूर्व में लाइब्रेरी गाड़ी खाने से कूड़े घर हटाकर टिहरी बाइपास में शिफ्ट इस शर्त के साथ किया गया था कि यहां पर रोज कूड़े को एकत्रित कर उसी दिन देहरादून या अन्य क्षेत्र के कूड़े घर में भेजा जाएगा परंतु दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो रहा है। सैकड़ों टन कूडे का घरों के आगे ढेर लगा दिया गया है जिससे गंदगी और बदबू से उनका जीना मुश्किल हो रखा है।
उन्होंने कहा कि टिहरी बायपास रोड पर्यटक नगरी धनोल्टी जाने का भी एकमात्र रोड है जहां से सैकड़ो की तादाद पर रोज पर्यटक गुजरते हैं परंतु इस क्षेत्र के कूड़ा घर से आने वाली दुर्गन्ध ने पूरे क्षेत्र के वातावरण खराब कर दिया है । लोगों का क्षेत्र से गुजरना मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि आईडीएच बिल्डिंग कूड़े घर के ठीक ऊपर मसूरी का उप जिला चिकित्सालय अस्पताल है जहां पर कूड़े से निकलने वाली बदबू से मरीजों का हाल बुरा है परंतु दुर्भाग्यवश ना तो सरकार ना ही प्रशासन के अधिकारी ध्यान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि टिहरी बायपास रोड में पालिका द्वारा बनाये गए कूड़ा कलेक्टिंग सेंटर को हटाये जाने को लेकर कई बार शासन प्रशासन से मांग की गई है परन्तु गरीब लोगों की कोई सुनने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विधायक कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी उनकी ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है, उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीति करने जरूर क्षेत्र में पहुंचते हैं परंतु वह भी अपनी राजनीति करके चलते बनते हैं जबकि क्षेत्र से कूड़ाघर को हटाने को लेकर कोई बात नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय में नगरपालिका में बैठे जनप्रतिनिधियों को जवाब दिया जाएगा।
आईडीएच में निवास करने वाले लोगों का यह भी कहना है कि जनप्रतिनिधि यहां आते हैं और जब उनसे क्षेत्र में गंदगी के बारे में शिकायत की जाती है तो उनका यह कहना है कि कूड़े घर को हटाना संभव नहीं है ऐसे में वह यहां से खुद अपना घर बदल दें जिससे लोग काफी आहत है। उन्होंने कहा कि वह गरीब है उनके पास सर छुपाने को जगह नहीं है ऐसे में वह कहीं और जहां भी नहीं सकते है और वह गंदगी और बदबू में रहने के लिए मजबूर हैं उन्होंने सरकार और प्रशासन से आग्रह किया है कि उनके घरों के सामने बने कूड़ा कलेक्टिंग सेंटर को हटाया जाये। वहीं नगर पालिका प्रशासन द्वारा कूड़ा प्रबंधन के लगाए गए कर्मचारियों के स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ किया जा रहा है। पालिका द्वारा कर्मचारियों के स्वास्थ्य को लेकर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं।
मसूरी नगर पालिका के अधिकारी राजवीर चौहान की मानें तो कांवड़ यात्रा और लगातार हो रही बारिश के वजह से कूड़े को उठाया नहीं गया है मसूरी से रोड 15 टन कूड़ा एकत्रित होता है और ऐसे में अगर कुछ दिनों के लिए कूड़ा ना उठता है जो उससे दिक्कतें पैदा हो जाती है। उन्होंने कहा कि मसूरी नगर पालिका द्वारा कूड़े को हटाने के लिए व्यवस्था की जा रही है और जल्द कूड़े को हटा लिया जाएगा। परंतु सवाल उठता है कि स्वच्छता सर्वेक्षण की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नगर पालिका प्रशासन द्वारा पूरे शहर का कूड़े को इकट्ठा करके एक जगह लाकर ढेर लगा दिया जा रहा है जहां पर पहले से ही सैकड़ों लोग निवास करते हैं परंतु नगरपालिका को उन लोगों के स्वास्थ्य के प्रति कोई चिंता नहीं है।
एसडीएम मसूरी नंदन कुमार द्वारा कहा गया है कि उनके द्वारा पूरे मामले का संज्ञान लिया गया है व जल्द वह स्वयं मसूरी नगर पालिका द्वारा टिहरी बाईपास में कूड़े को लेकर किये जा रहे कार्यों का निरीक्षण करेंगे, उन्होंने कहा कि अगर किसी भी प्रकार की लापरवाही उनको मिली तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।