
रिपोर्ट : सुनील सोनकर, मसूरी NIU ✍️ मसूरी शिफन कोर्ट से बेधर 84 परिवार के लोगों ने चैत्र नवरात्रि के अवसर पर सरकार द्वारा घोषित कार्यक्रम नारी शक्ति उत्सव के विरोध में थाली बजाकर नारी दमन दिवस के रूप में मनाया और भाजपा की प्रदेश की सरकार, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस मौके पर शिफन कोर्ट से बेघर 84 परिवारों के लोगों ने मसूरी शहीद स्थल से थाली बजाकर मसूरी एसडीएम कार्यालय तक विरोध रैली निकाली वहीं एसडीएम मसूरी को मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन भेजकर शिफन कोर्ट के बेघर लोगों के विस्थापन करने की मांग की गई। उन्होंने कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री द्वारा शिफन कोर्ट के बेघर लोगों को विस्थापित करने की घोषणा की गई थी परंतु अभी तक घोषणा पर किसी प्रकार का अमल नहीं हुआ जिससे शिफन कोर्ट के बेघर लोगों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा शिफन कोर्ट के लोगों के साथ धोखा किया गया है दोनों के द्वारा शिफन कोर्ट के लोगों को शिफन कोर्ट से हटाकर 15 दिन के अंदर विस्थापन करने की बात की गई थी परंतु 3 साल बीत जाने के बाद भी शिफन कोर्ट के लोग बेघर हो रखे हैं आज तक उनके विस्थापन की लेकर कोई ठोस नीति नहीं बनाई जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी कुछ कह रहे हैं तो पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता कुछ कह रहे हैं दोनों ही शिफन कोर्ट के लोगों के साथ भद्दा मजाक कर रहे हैं जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि मसूरी में बेतहाशा भ्रष्टाचार और घोटाले हो रहे हैं परंतु कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को और शासन को शिकायत जाने के बाद भी पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है उन्होंने कहा कि कई बार कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी पालिका अध्यक्ष को अपना धर्मपुत्र कहते हुए नजर आ रहे हैं जिससे साफ है कि धर्मपुत्र अनुज गुप्ता के काले कारनामों को छुपाने और अमलीजामा बनाए जाने को लेकर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी उनका साथ दे रहे हैं और मसूरी को बेच रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण हैं।