
देहरादून ✍️ NIU दुनिया भर में प्रसिद्ध देहरादून के झंडा मेला का मंगलवार को पूरे जोर-शोर से शुभारंभ हो गया है। कई सालों से यह मेला प्रेम, भाईचारे और मानवता के रूप में हर साल आयोजित होता आ रहा है। इस साल भी इसका भव्य शुभारंभ हो चुका है। इसी क्रम में रविवार 12 मार्च की सुबह को पुराने श्रीझंडे को उतारकर नए झंडेजी पर नया गिलाफ चढ़ाया गया। सुबह 8:00 बजे श्री झण्डे जी को उतारा गया व पूजा अर्चना की गई। श्री झण्डे जी (पवित्र ध्वज दण्ड) को संगतों ने सुबह दूध, घी, शहद, गंगाजल व पंचगब्यों से स्नान करवाया। 90 फीट ऊंचे श्री झण्डे जी पर पहले सादे और शनील के गिलाफ चढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हुई। खास बात यह कि इस दौरान श्री झण्डे जी को ज़मीन पर नहीं रखा जाता। संगतें अपने हाथों पर श्री झण्डे जी को थामे रहती हैं। दो करीब 12:30 बजे श्री झण्डे जी पर दर्शनी गिलाफ चढ़ गया।
श्री झंडे जी पर तीन तरह के गिलाफों का आवरण होता है। सबसे भीतर की ओर सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 41 होती है। मध्यभाग में शनील के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 21 होती है। सबसे बाहर की ओर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है इनकी संख्या एक होती है।
झंडेजी का आरोहण होते ही वातावरण श्री गुरु राम राय महाराज की जय, जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल, सच्चे दरबार की जय, दरबार साहिब की जय आदि जयकारों से गूंज उठा। सिखों के प्रमुख तीर्थ स्थल में से एक इस मेले में हर साल पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित देश के अलग-अलग जगहों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु श्री दरबार साहिब पहुंचते हैं।

श्री झण्डे जी के आरोहण के बाद श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन महंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने सभी देश व प्रदेशवासियों सहित संगतों को श्री झण्डे जी मेले की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। श्री महाराज जी ने कहा कि श्री झण्डा मेला प्रेम, सदभावना, आपसी भाईचारा, सौहार्द, उल्लास व अमन- चैन का संदेश देने वाला मेला है। उन्होंने कहा कि श्री झण्डे जी पर शीश नवाने से सभी की मन्नतें पूरी होती हैं, यही वजह है कि संगतों व दूनवासियों की श्री झण्डे जी की प्रति आस्था बढ़ती जा रही है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि देशवासियों- प्रदेशवासियों व श्री झण्डे जी मेले में शामिल होने आई संगतों व दूनवासियों पर श्री गुरु राम राय जी महाराज की कृपा सदैव बनी रहे।
महंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में 14 मार्च को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा निकाली जाएगी। नगर परिक्रमा सुबह 7:30 बजे से शुरू होगी। इसमें 25 हजार से अधिक संगतें शामिल होंगी। नगर परिक्रमा सहारनपुर चौक, कांवली रोड होते हुए श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, बिंदाल पहुंचेगी। यहां संगत को चने, मुरमुरे और गुड़ का प्रसाद वितरित किया जाएगा। यहां से तिलक रोड, टैगोर-विला, घंटाघर, पलटन बाजार होते हुए लक्खीबाग पुलिस चैकी से रीठा मंडी, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल बांबे बाग पहुंचेगी। इसके बाद ब्रह्मलीन श्रीमहंत साहिबान के समाधि स्थल पर मत्था टेकने के बाद सहारनपुर चौक होते हुए दोपहर 12 बजे नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब पहुंचकर संपन्न होगी।