संवाददाता- मनमोहन भट्ट
उत्तरकाशी रामचंद्र उनियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी में बुधवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ कुमाऊंनी लोकपर्व हरेला पर्व मनाया गया। प्राचार्य डा. सविता गैरोला की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में वनस्पति विज्ञान के विद्यार्थियों व एन एस एस के स्वयंसेवियों ने विभिन्न सांस्कृतिक एवं लोकपर्व हरेला से जुड़े कार्यक्रम प्रस्तुत किए। एन एस एस की कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर ऋचा बढ़ानी ने कुमाऊंनी संस्कृति में हरेला पर्व के महत्व को बताया साथ ही हरेला पर्व पर प्राकृतिक संरक्षण तथा इससे जुड़े सरकारी प्रयासों से सभी को जानकारी दी।
एन एस एस के स्वयंसेवियों ने ” जी रया, जागी रया, फूल जसा खिली रया” लोकगीत को गाकर समस्त जनमानस की लंबी आयु की कामना की। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों ने कुमाऊंनी संस्कृति को उजागर करते हुए उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान रंगयाली, पिछोड़ि पहनकर अपनी संस्कृति के संरक्षण एवं हमारे समस्त सांस्कृतिक त्योहारों को न भूलते हुए सदैव अपनी संस्कृति से जुड़े रहने का संदेश दिया।
प्राचार्य डा. सविता गैरोला द्वारा सभी को पर्व की बधाई देते हुए पर्यावरण संरक्षण के सुझाव दिए गए तथा “एक पौधा एक छात्र” के विचार का आह्वान किया गया। उनके द्वारा बताया गया कि हरेला में केवल पेड़ लगाकर फोटो खींचने की अपेक्षा रोपित किए गए पौधों का संरक्षण किया जाना अति आवश्यक है। कार्यक्रम में नमामी गंगे के नोडल अधिकारी डॉक्टर एम पी एस परमार, एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर ऋचा बढ़ानी, रीना सह, नदीम अहमद, संजीव लाल, दिनेश व रीना चौहान मौजूद रहे।