मसूरी, सुनील सोनकर ✍️ NIU | 144 करोड़ लागत वाली केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी यमुना-मसूरी पेयजल पंपिंग योजना का कार्य लगभग पूरा हो चुका है जिसके तहत शनिवार की देर रात को यमूना नदी से मसूरी के राधा भवन स्टेट के पानी के टैकरों में पानी पहुच गया है। इस योजना के बन जाने से आने वाले लगभग 40 साल तक मसूरी को पेयजल की समस्या नहीं होगी। मसूरी में यमुना नदी से पानी आने पर मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने अध्यक्ष रजत अग्रवाल महामंत्री जगजीत कुकरेजा और कोषाध्यक्ष नागेंद्र उनियाल के नेतृत्व में मसूरी के पिक्चर पैलेस चौक पर एकत्रित हुए और जमकर आतिशबाजी कर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई। इस मौके पर लोगो ने प्रदेश सरकार और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के पक्ष में जमकर नारेबाजी की।
राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी, तत्कालिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह व कैबिनेट मंत्री गणेष जोषी के प्रयासों से यमुना पुल के समीप यमुना नदी से मसूरी तक पानी लाने की 144 करोड़ की योजना को स्वीकृति मिली थी। वह इस योजना से क्षेत्र के भेडियान, बंग्लों की काण्डी, सरतली व कसोन आदि गावों को भी पेयजल आपूर्ति दी जाएगी। पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता प्रवीण राय ने बताया कि यमुना नदी से चार स्टेज में पंपिंग योजना में लगभग 10 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई गई है ।
पेयजल योजना के लागू होने से मसूरी को पन्द्रह मिलियन लीटर डेली(एमएलडी) वाटर दिया जा सकेगा। मसूरी में सामान्य दिनों में पानी की सात एमएलडी और सप्ताह के आखिर मे आठ एमएलडी खपत होती है। वहीं गर्मियों के दिनों की बात करें तो मसूरी में पानी की खपत बढ़कर 14 एमएलडी हो जाती है। मसूरी में अभी साढ़े सात एमएलडी पेयजल की क्षमता है। जिसमें चार एमएलडी की सप्लाई स्थानीयों को और बाकी यहां के होटलों को दी जाती है। गर्मियों के दिनों में पर्यटकों से गुलजार मसूरी में पानी की आवश्यकता बढ़ जाती है।
शनिवार की देर रात को मसूरी राधा भवन स्टेट पर बनाए गए वॉटर टैंक पर यमुना से नदी से पानी लिफ्ट किया गया और देर रात को टैंकरों में पानी आना शुरू हो चुका है जिससे जल निगम के अधिकारी और कर्मचारियों में खुशी की लहर है। बता दें कि कई कठिन परिस्थितियों के बाद मसूरी यमुना के जल का काम लगभग पूरा हो चुका है परंतु अभी मसूरी वासियों को 10 दिन का और इंतजार करना पडेगा क्योंकि यमुना से पानी आने के बाद पाइप लाइन और टैंकों की सफाई की जानी है जिससे मसूरी वासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जा सके।
मसूरी जल निगम के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार राय ने बताया कि जल निगम के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के सहयोग से मसूरी यमुना पेयजल योजना के तहत मसूरी के राधा भवन स्टेट पर बने टैंकरों पर यमुना नदी से पानी आना शुरू हो चुका है व योजना के तहत लगभग 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में वह मसूरी वासियों को 3 एमएलडी पानी उपलब्ध कराया जायेगा। योजना के तहत मसूरी कैम्पटी के पास क्यारसी गांव में बिजली विभाग द्वारा सब स्टेशन तैयार किया जा रहा है जिसका निर्माण का कार्य जून के अंत तक पूरा हो जाएगा जिसके बाद मसूरी में पेयजल की समस्या नहीं होगी वह रोज 12 एमएलडी पानी मसूरी की जनता को उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि यह योजना आगामी 40 साल को लेकर को देखते हुए बनाई गई है। वह भविष्य में मसूरी में पानी अत्यधिक होने पर इसी योजना का पानी राजपुर और देहरादून को भी सप्लाई किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस योजना का काम पूरा किया जाना विभाग के लिए एक चुनौती थी परंतु योजनाबद्ध तरीके से व उच्च अधिकारियों के कुशल नेतृत्व से योजना का कार्य लगभग पूरा किया जा चुका है उन्होंने कहा कि योजना का सफल बनाने में मसूरी क्षेत्र की जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों का सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि मसूरी राधा भवन स्टेट में पानी आने के बाद मसूरी में बिछाई गई पेयजल लाइनों की टेस्टिंग भी की जाएगी और उनको पूरी उम्मीद है कि यह लाइने 100 प्रतिशत सफल साबित होंगी।
मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि मसूरी में पेयजल की भारी कमी थी जिसका होटल व्यवसायी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था ऐसे में पेयजल योजना के तहत मसूरी में पानी आने के बाद लोगों को राहत मिली है उन्होंने भी सरकार और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का आभार व्यक्त किया।
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि मसूरी पेयजल योजना मसूरी के लिए मील का पत्थर साबित होगी जिस तरीके से पूर्व में पानी की भारी समस्या से मसूरी जूझ रहा था मसूरी यमुना पेयजल योजना का कार्य पूरा होने के बाद मसूरी में पानी की किल्लत नहीं होगी जिसका सीधा फायदा मसूरी की जनता को मिलेगा। उन्होने कहा कि मसूरी विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के अथक प्रयासों के बाद योजना सफल हो पाई है।