
मसूरी, सुनील सोनकर NIU ✍️ उत्तराखंड में सरकारी विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाए जाने को लेकर 11 अप्रैल को पूरे प्रदेश भर में प्रवेश उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। इसी को लेकर मसूरी अटल उत्कृष्ट घनानंद राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवेश उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया इस मौके पर उत्तराखंड शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव जेएन शर्मा बतौर मुख्य अतिथि रहे। वह भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल और सभासद अरविंद सेमवाल भी मौजूद रहे। इस मौके पर प्रधानाचार्य रवि उनियाल और शिक्षकों ने मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जिसमें सभी मौजूद श्रोताओं के मन को मोह लिया।
उत्तराखंड शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव जेएन शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा प्रवेश उत्सव मनाए जाने को लेकर सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या बड़े क्योकि निजी स्कूलों की तुलना में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या साल दर साल घटती जा रही है जिसके सरकार में बहुत से प्राइमरी स्कूल को आसपास के स्कूलों में मर्ज कर दिया है या उन्हें बंद कर दिया। जिसको देखते हुए सरकार द्वारा सभी सरकारी स्कूलों में प्रवेष उत्सव मनाये जाने का निर्णय लिया गया।
स्कूल के प्राचार्य रवि उनियाल ने कहा कि विद्यालयों में 1 अप्रैल से शिक्षा सत्र शुरू हो चुका है ऐसे में अधिक से अधिक संख्या में छात्रों का नामांकन कराने का प्रयास किया जा रहा है वही शिक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में घर-घर जाकर अभिभावकों को स्कूल में बच्चों को भेजने के लिए प्रेरित कर प्रवेश करा रहे है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग शिक्षकों से बच्चों के नामांकन की सूची भी तलब कर रहा है साथ ही ड्राप आउट बच्चों पर फोकस किया जा रहा है उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बेहतर किए जाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है और जल्द कई सरकारी स्कूल में स्वरूप में नजर आएंगे।
मसूरी भाजपा नेता मोहन पेटवाल ने कहा कि सरकार द्वारा लगातार सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा और दिए जाने को लेकर काम किया जा रहा है जिसको लेकर हाल में कई विद्यालयों को अटल आदर्श विद्यालय बनाकर सीबीएसई बोर्ड से पैनल किया गया है उन्होंने कहा कि कई मध्यम वर्ग के लोग अपने बच्चों को अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ाने में असमर्थ है जिसको लेकर सरकार द्वारा कई सरकारी स्कूलों को सीबीएसई वोट से एफिलिएटिड करा कर कराया गया है जिसमें छात्रों को अंग्रेजी माध्यम के स्तर की शिक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए भी सरकार लगातार काम कर रही है उन्होंने बताया कि प्राइमरी स्कूलों में छात्रों की संख्या बहुत कम है और ऐसे में बड़ी क्लासों में छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ाए जाने को लेकर सभी लोगों को काम कर अभिभावकों को जागरूक करना होगा जिससे वह अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए भेजें।