रिपोर्ट: मनमोहन भट्ट✍️, उत्तरकाशी।
मोरी के सालरा गांव में दलित युवक के मंदिर प्रवेश पर मारपीट प्रकरण को लेकर दिए उन्मादी बयान पर भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ मोरी थाने में दर्ज मुकदमा के सिलसिले में भीम आर्मी के पदाधिकारी मंगलवार को उत्तरकाशी पहुंचे। पुरोला थाने में बयान दर्ज करवाने से पहले भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंजीत सिंह नौटियाल ने जिला मुख्यालय में डीएम और एसपी से मुलाकात की। बंद कमरे में डीएम से वार्ता कर भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने उन पर दर्ज मुकदमा वापस लेने के साथ ही दलित युवक मारपीट प्रकरण के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग रखी।
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंजीत नौटियाल पर धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में मोरी थाने में मुकदमा पंजीकृत है। कोर्ट के नोटिस पर वे पुरोला थाने में विवेचना अधिकारी के समक्ष बयान दर्ज करवाने पहुंचे। मंगलवार को बयान दर्ज करवाने से पहले बंद कमरे में अधिकारियों के साथ भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने मुलाकात करते हुए पंजीकृत मुकदमा के सिलसिले में काफी देर बातचीत की और मामले में निष्पक्ष जांच की मांग रखी। साथ ही डीएम को ज्ञापन भी दिया। इसके बाद पुरोला थाना के लिए रवाना हुए, जहां विवेचना अधिकारी के समक्ष अपना बयान दर्ज करवाया।
एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि भीम आर्मी के पदाधिकारियों से मुलाकात की है। वार्ता में उन्होंने निष्पक्ष जांच की अपील की है और पुलिस अपना काम कर रही है। आपको बता दें कि 14 जनवरी को मोरी के बागी गांव में दलित युवक के रिश्तेदार के यहां पहुंचे भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने संबंधी बयान दिया था। जिस पर बवाल खड़ा हो गया। उनकी एक वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हुई। जिसमें वो कहते दिखे कि यदि हमारे लोगों को मंदिर में जाने से रोका गया तो मंदिर में बुल्डोजर चलवा देंगे। जिसके बाद उनके खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने संबंधी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
उत्तरकाशी पहुंचे भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंजीत नौटियाल ने संक्षिप्त प्रेस वार्ता में बताया कि उनके इस बयान को गलत तरीके से मोटिवेट किया गया है और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसको वापस लिया जाए। साथ ही उन्होंने दलित युवक पर दर्ज मुकदमा को भी शीघ्र वापस लेने की मांग की।