दीप मैठाणी NIU✍️ बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी व् अतीक अहमद ‘Ateek Ahmad’ के बेटे असद अहमद ‘asad encounter’ को उत्तर प्रदेश STF ने झांसी में हुई मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। जिसके बाद से पुरे मीडिया में ये खबर आग की तरह फ़ैल गयी और तब से लेकर अब तक तमाम मीडिया संस्थान उमेश पाल, अतीक अहमद, असद अहमद और गुलाम के नाम पर जमकर चर्चा कर रहें हैं।
खूब लाइव डिबेट की जा रहीं परन्तु इस उमेश पाल हत्याकांड में अपनी पूरी शिद्धत से ड्यूटी निभाते हुए अपनी जान गवाने वाले दो सिपहियों पर कहीं भी कोई चर्चा होती नहीं दिखाई दे रही है, यहाँ तक की मीडिया संस्थान इन दोनों बहादुर सिपाहियों के नाम लेने से भी कतरा रहें हैं।यहाँ आपको बता दें की उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में हुई इस सनसनीखेज वारदात में उमेश पाल के दो गनर भी मारे गए थे जिन्हें की अब कोई याद भी नहीं कर रहा है |
हैरानी की बात है की अपनी जान की परवाह किये बगैर पुलिस के सिपाही संदीप निषाद व् राघवेन्द्र ने अपनी छातियों पर खोली खाई थी घायल होकर भी संदीप निषाद उमेश पाल को बचाने के लिए दौड़े थे परंतु तभी उनपर बम से हमला कर दिया गया था जिसके बाद तत्काल उनको प्रयागराज के हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। हालत गंभीर देखते हुए वहां से दोनों जवानों को लखनऊ के पीजीआई में शिफ्ट किया गया था जहां इलाज के दौरान इनकी मौत हो गई थी… परंतु कल घटित हुए पूरे प्रकरण के बाद से ऐसा लग रहा है की मीडिया इनके बलिदान को भूल सा गया है,मीडिया द्वारा इस तरह दो बहादुर सिपाहियों की इस तरह उपेक्षा किये जाने पर निषाद पार्टी ने कड़ी अप्पति उठाई है निषाद पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा की बहादुरी से अपनी ड्यूटी करते हुए संदीप निषाद व् राघवेद्र ने अपनी जान दी थी परन्तु आज उनके बलिदान को भुलाने की कोशिस की जा रही है और मीडिया में सिर्फ बड़े नाम जोकि अपराध से जुड़े हुए हैं उनको को ही महिमामंडित किया जा रहा है ये हमारे वीर शहिद जवानों के साथ अन्यायपूर्ण व्यहार है, जोकि बर्दास्त नहीं किया जाएगा, देखें वीडियो 👇
साथ ही NIU संवाददाता से बात करते हुए अनिल शर्मा ने असद के हुए एनकाउंटर को फर्जी बताने वाले विपक्ष के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया उन्होंने विपक्ष के नेताओं से सीधा सवाल पूछा है की अगर असद का एनकाउंटर फर्जी था तो क्या इन 2 जवानों की शहादत को भी विपक्ष क्या फर्जी मानता है, वहीं पूरे देश भर में असद के हुए एनकाउंटर के बाद से राजनीति गरमा गई ह, कोई इसे सही बता रहा है तो कोई गलत। वही इस मुद्दे को उठाने वाली निषाद पार्टी पहली पार्टी है जिन्होंने इस पूरे घटनाक्रम से जुड़े हुए 2 जवानों के पीड़ित परिवारों की सुध ली है, पार्टी ने दावा किया है कि वह खुद पीड़ित परिवारों से मिलेगी और हर संभव मदद उन्हें दिलाने का प्रयास करेगी ।।