
मणिपुर ✍️ NIU
भारतीय सेना के एक जवान सिपाही सर्टो थांगथांग कोम का 3 अज्ञात बदमाशों ने अपहरण किया था जिन्होंने बाद में उनकी हत्या कर दी। सर्टो थांगथांग कोम की उम्र 41 वर्ष थी। यह घटना उनके साथ उस दौरान घटी जब वे इंफाल पश्चिम के तरुंग स्थित अपने घर छुट्टी पर थे। कोम को डीएससी प्लाटून लीमाखोंग मणिपुर में तैनात किया गया था।अधिकारियों ने बताया कि उसका शव रविवार को मणिपुर के इंफाल पूर्व जिला स्थित खुनींगथेक गांव में पाया गया। मारे गए जवान की पहचान सीपॉय सेर्तो थांगथैंग कोम के रूप में हुई है। वह आर्मी के डिफेंस सिक्योरिटी कोर प्लाटून में कांगपोक्पी स्थित लीमाखोंग में तैनात थे। मारा गया जवान पश्चिमी इंफाल के तारुंग का रहने वाला था। जिस वक्त जवान का अपहरण हुआ, उसका मासूम बेटा भी वहीं पर मौजूद था। अधिकारियों ने बताया कि सीपॉय कोम छुट्टी पर घर आए हुए थे। सुबह 10 अज्ञात हथियारधारियों ने सीपॉय कोम का उनके घर से अपहरण कर लिया।
घटना का एकमात्र चश्मदीद जवान का 10 साल का बेटा है। अधिकारियों के मुताबिक बेटे ने बताया कि तीन लोग उसके घर के अंदर घुसे। उस वक्त वह अपने पिता के साथ पोर्च में काम कर रहा था। हथियारबंद लोगों ने सीपॉय के माथे पर पिस्टल सटा दी और उसे एक सफेद वाहन में बिठाकर वहां से निकल गए। परिवार की मदद के लिए सेना के जवानों को भेजा गया है। मृत जवान का अंतिम संस्कार परिवार की इच्छानुसार किया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले कुछ वक्त से मणिपुर में हालात संभलने का नाम नहीं ले रहे हैं।

कुकी और मैतेई समूह के बीच शुरू हुआ हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीच-बीच में थोड़ी शांति के बाद हिंसा की घटनाएं फिर से हो रही हैं। सुरक्षा जवानों पर भी हमले किए जा रहे हैं। इसको लेकर सियासत भी जमकर हो रही है वहीं विपक्ष भी मणिपुर को लेकर सरकार पर हमलावर हो रही है।