पौड़ी NIU : डाक विभाग पौड़ी में नवनियुक्त डाक सेवकों की शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच में दो डाक सेवकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। दोनों डाक सेवक उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के निवासी हैं। वहीं, दो अन्य डाक सेवक, जो मध्य प्रदेश से हैं, जांच के दौरान भाग गए।
विभाग ने इन चारों डाक सेवकों की नियुक्ति को निरस्त कर दिया है। पौड़ी के डाक विभाग को ग्रामीण डाक सेवक के पदों पर 165 डाक सेवक मिले थे, जिनमें से 77 ने मुख्यालय में आमद कराई। हैरानी की बात है कि नवनियुक्त डाक सेवक हिंदी भी ठीक से नहीं लिख पा रहे हैं।
अनिल कुमार और अंकुर यादव, दोनों ने 97 फीसदी अंक के साथ 10वीं की परीक्षा पास करने का दावा किया था। जांच के दौरान पाया गया कि अनिल का अंकपत्र किसी दूसरे छात्र का है, जो बोर्ड परीक्षा में फेल हुआ है। अंकुर के मामले में भी यही स्थिति रही, जहां उसका दिया गया अंकपत्र एक महिला का था, जो फेल हुई थी। मध्य प्रदेश के पंकज और उदय ने जब दस्तावेजों की जांच की बात सुनी, तो बिना ज्वाइनिंग किए ही लौट गए। हैरानी की बात है की इन डाक कर्मियों पर फर्जी दस्तावेज देने की इस हरकत पर अभी तक कोई भी मुकदमा पंजीकर्त होने की जानकारी नहीं मिली है..
डाक अधीक्षक दीपक शर्मा ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को पिछले वर्ष चयनित 32 कार्मिकों का विवरण भेजा गया है। अब विभाग फर्जी दस्तावेजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा और भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए उचित कदम उठाएगा