रिपोर्टर सुनील सोनकर
उत्तराखंड की मसूरी की डॉ. मृणालिनी भारद्वाज बनी मिसेस इंडिया की फर्स्ट रनर-अप। मसूरी की बेटी डॉ. मृणालिनी भारद्वाज ने ‘मिसेज इंडिया एम्प्रेस ऑफ द नेशन 2023’ सीजन 4 में फर्स्ट रनर-अप का खिलाफ जीत कर दूसरे स्थान पर रही है। उत्तराखंड को फैशन जगत में नई ऊँचाइयों दिलाते हुए मसूरी निवासी डॉ. मृणालिनी भारद्वाज ने मिसेज इंडिया प्रतियोगिता में फर्स्ट रनर-अप का खिताब जीता है। इस जीत के साथ ही अब डॉ. प्रतियोगिता मिसेस टूरिज्म यूनिवर्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। यह प्रतियोगिता आगामी सितम्बर माह में मनीला फिलीपींस में आयोजित होने जा रही है।
पुणे में आयोजित हुई इस प्रतियोगिता का आयोजन दीया पेजेंट के कार्ल एवं अंजना ने किया है। विगत एक माह से चल रही इस प्रतियोगिता के ऑडिशन राउंड में पूरे देश से दो सौ महिलाओं का चयन किया गया। इसके बाद हुये मेगा ऑडिशन राउंड में केवल पचास महिलाएं ही अपनी जगह बना पाई। फाइनल राउंड में टॉप आठ चयिनत महिलाओं के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। जिसमें उत्तराखंड की मसूरी निवासी मृणालिनी भारद्वाज दूसरे स्थान पर रही।
डॉ. मृणालिनी ने बताया कि उनका लक्ष्य उत्तराखण्ड को फैशन में अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाई है। इसके लिए वह लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष पुणे में आयोजित गिरा वेस्ट इंडिया प्रतियोगिता में उन्होंने सेकेन्ड रन का खिताब जीता था। गौरतलब है कि डॉ. मृणालिनी को पुरस्कृत करती बॉलीवुड अभिनेत्री नीलम कोठारी मृणालिनी मसूरी के प्रख्यात इतिहासकार गोपाल भारद्वाज और शिक्षाविद बीना भारद्वाज की पुत्री हैं। उनके पति चरणजीत साहनी इनवेसमेंट बैंकर है। पेशे से चिकित्सक डॉ शिक्षा कॉन्वेंट ऑफ जीजेस एंड मेरी मसूरी से अपनी प्रारम्भिक पढाई की है। इसके उपरांत उन्होंने भारतीय विद्यापीठ पुणे से बीएएमएस और हैदराबाद एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया से मास्टर्स इन हेल्थ केयर मैनेजमेंट किया है। डॉ मृणालिनी देश के कई जाने माने अस्पताल में अपनी सेवाएं दे चुकी है।
मृणालिनी ने बताया कि 2022 में डीवा मिसेज वेस्ट इंडिया पेजेंट में सेकंड रनर अप का ताज जीता, जिसने उन्हें वास्तव में इस क्षेत्र में आगे प्रयास करने के लिए प्रेरित किया और उनके द्वारा अगली प्रतियोगिता के लिये मेहनत करना शुरू की जिसके तहत उन्होंने अपने जीवन शैली में बदलाव कर अपने वजन को कम कर फिट रहने के लिये रोज अभ्यास करना शुरू किया व कुछ दिनों में ही 15 किलो से अधिक अपना वजन कम किया। उन्होंने कहा कि अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये वह लगातार मेहनत करती रही क्योंकि अगर आप में अपने लक्ष्य कसे पाने के लिये दृढ़ इच्छाशक्ति है तो असंभव को भी संभव किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य मिसेज टूरिज्म यूनिवर्स जीतना है। उन्होंने बताया कि उनको यात्रा करना बहुत अच्छा लगता है व देश और दुनिया भर में बड़े पैमाने पर यात्रा की है व उन्हें फोटोग्राफी ट्रेकिंग करना पसंद है व प्रकृति से उनको बहुत प्रेम हैं। उन्होंने बताया कि बहुत कम उम्र में वह आपातकालीन चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्य कर गंभीर लोगों की जान बचाने का कार्य किया। कार्डियक एम्बुलेंस में पूरे महाराष्ट्र में 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहकर दुर्घटना और आपातकालीन रोगियों को प्राथमिक उपचार देने के बाद अस्पताल पहुंचाने का कार्य किया गया। उन्होंने बताया कि 22 साल की उम्र में जीवन बचाने का एक तनावपूर्ण लेकिन अत्यधिक संतुष्टिदायक काम था। जिसे करने में उनको काफी सुख मिलता था। उन्होंने कोविड के दौरान कोविड टास्क फोर्स में भी कार्य किया व कोविड की दूसरी लहर के दौरान इंटरनेट, फोन, मेल के साथ-साथ शारीरिक रूप से उपस्थित रहकर देश भर में जरूरतमंदों को अस्पतालों में बेड , ऑक्सीजन और दवाएं उपलब्ध कराने का काम किया।